इस औषधि से पुरुषों एवं महिलाओं को यूरिन के साथ सफेद पानी आना, एवं स्वप्नदोष होना, या किसी भी समय सफेद पानी का निकालना जड़ से खत्म हो जाता है। साथ ही, सफेद पानी जाने के कारण शरीर में होने वाली कमजोरी, सुस्ती, बेचैनी, आलस, थकान, हाथ-पैरों में दर्द एवं अपच जैसी समस्याओं को भी जड़ से खत्म करने में यह औषधि सहायक है। इस चूर्ण को तैयार करने में काली मूसली, अश्वगंधा, गिलोय, बन सिंघाड़ा, दारू हल्दी, दालचीनी, कटेरी, सोंठ, बड़ी इलायची, छोटी इलायची, नागर मोथा, चित्रक मूल, जैसी औषधीय का उपयोग किया गया है। इससे लिकोरिया की समस्या जड़ से खत्म हो जाती है और दोबारा फिर कभी नहीं होती
सेवन विधि: आधा चम्मच औषधि आधा गिलास दूध में घोलकर सेवन करें।
Ingredients
प्रति 150 ग्राम चूर्ण में घटक द्रवों की मात्रा
सफेद मूसली - 20 ग्राम
काली मूसली - 10 ग्राम
अश्वगंधा - 15 ग्राम
गिलोय - 20 ग्राम
वन सिंगाड़ा - 10 ग्राम
दारु हल्दी - 15 ग्राम
दाल चीनी - 15 ग्राम
कटेरी - 10 ग्राम
सौंठ - 15 ग्राम
बड़ी इलायची - 20 ग्राम
Reviews
There are no reviews yet.